1. दुकान का प्रवेश द्वार (Main Entrance)
दुकान का मुख्य द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है।
दक्षिण या पश्चिम दिशा में प्रवेश द्वार से बचना चाहिए।
2. दुकान में कैश काउंटर (Cash Counter)
कैश काउंटर इस प्रकार रखें कि उसका मुँह उत्तर दिशा में खुले और काउंटर के अंदर की ओर धन रखें।
कैश काउंटर दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) में होना लाभकारी होता है।
3. मालिक की सीट (Owner's Seat)
दुकान का मालिक दक्षिण या पश्चिम दीवार के पास बैठकर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके काम करे।
पीठ के पीछे ठोस दीवार होनी चाहिए, शीशा या खिड़की नहीं।
4. भगवान का स्थान (Place of God / Pooja)
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में भगवान का स्थान रखें।
पूजा घर में भगवान का मुख पश्चिम या दक्षिण की ओर न हो।
5. दुकान की सजावट व रैक (Racks & Decor)
भारी सामान या गोडाउन दक्षिण-पश्चिम में रखें।
हल्का और आकर्षक सामान उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में रखें।
दक्षिण दिशा में ऊँची रैक और उत्तर दिशा में छोटी रैक होनी चाहिए।
6. प्रकाश व वेंटिलेशन (Lighting & Ventilation)
दुकान में प्राकृतिक प्रकाश और हवा का प्रवाह उत्तर और पूर्व दिशा से आए, यह शुभ होता है।
दुकान में साफ-सफाई और अच्छे रंगों का ध्यान रखें।
7. रंगों का चुनाव (Color Selection)
दुकान में हल्के व शुभ रंगों का प्रयोग करें जैसे हल्का पीला, हल्का हरा, क्रीम या सफेद रंग।
काले या गहरे रंगों से बचें।
8. दर्पण (Mirror)
दर्पण उत्तर या पूर्व दिशा में लगाया जा सकता है, इससे ऊर्जा का प्रवाह अच्छा रहता है।
9. इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स (Electronics Placement)
कंप्यूटर, लैपटॉप, बिलिंग मशीन आदि आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में रखना उचित होता है।
10. शुभ प्रतीक (Lucky Symbols)
दुकान में स्वस्तिक, ॐ या शुभ-लाभ के चिन्ह मुख्य द्वार के पास बनाएं।
उत्तर-पूर्व दिशा में कछुआ, मछली या पानी का फव्वारा रखना सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।